Monday, May 14, 2012

प्यार


जानते हैं हम सब कि
प्यार एक दर्द है, एक कसक है ,
प्यार धड़कन है ,प्यार तड़प है ,
सच, प्यार वो सब कुछ है-
जो एक शायर कहता है...
तथा ,

प्यार एक लालसा है 
प्यार एक आराधना है
प्यार एक तपस्या  है 
प्यार  स्वयं में पूर्ण सत्य  है
सच, प्यार वह सब कुछ है,
जो, एक धर्मशास्त्र कहता है…
लेकिन ,
प्यार, अमिट - अविरल -अविनाशी नहीं
वह तो सिर्फ -
''क्षणिक सम्मोहन का जज्बाती अधूरापन'' है
मैंने अपनी आँखों देखा है
प्यार की परिभाषा को,
कई बार ,समय -परिस्थित और काल के  अनरूप 
बनते - बिगड़ते …

 

1 comment:

  1. Bilkul ekdam sahi likha .last me jo apne tark diya bilkul sahi hai....aur bhi aisa kuchh agar likho to post jarur karo shriman.apne to dil jeet liya....

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